Melusar Bikan Tehsil SARDARSHAHAR Distt CHURU

शास्‍त्रों में लिखा है कि पीळा रंग देवताओं को प्रिय हैं एवं सर्प शिव को। मेरा सौभाग्‍य रहा है कि मेरा वर्ण भी पीळा है, सर्प तो मेरी गोद में ही पले बडे हैं, वैसे पीळा रंग मुझ पर अोपता भी है तभी तो अजनबी दुनियां के हिंडोळे चांन्‍दनी रातों में मुझे निहारते रहते हैं। समय के साथ मैने अपनी गोद में अनेकों लघु संस्‍क़तियों को फलते देखा है और कालान्‍तर में मुझसे समाहित भी हो गई, मेरे एक कोने में कोयलापाटन नाम का शहर आबाद था जिसके देशान्‍तरों में राजास, बलाळ, डालमाण, मेलूसर थे सत्‍य है कि इन विशाल टीलों के पिछवाडे पता नहीं कौन बसता था। ग्राम मेलूसर की दक्षिणी दिशा में एक इमारत खडी है जानकारी लेने पर पता चला कि यह करीब 250 वर्ष पुरानी है। भवन के चारों कोनों पर 4 गुम्‍बज हैं जो इसे दूर से ही सम्‍होहित कर रहे हैं। भवन के मध्‍य में दो छतरियां हैं।


Comments

Post a Comment