तोरण
जब बारात लडकी के निवास स्थान पर पहुचंती है तब बारात के साथ चल रहे नाई को एक हरी डाळी दी जाती है एवं वधु पक्ष की ओर से खाती उपस्थित रहता है जो चित्र में दिखाया गया सिम्बल जिसे तोरण कहा जाता है नाई की हरी डाळी से वर द्वारा छुआ जाता है जिससे यह संकेत माना जाता है कि वर का इस घर में विधिवत संस्कारित रूप से प्रवेश हो गया है ।
Comments
Post a Comment