BAYALA, SARDARSHAHAR, CHURU
बाया जी मंदिर गांव बायला सरदारशहर। आज से 800 वर्ष पूर्व जब इस क्षेत्र में धोरों और प्यास के अलावा रेतीली आंधियां चलती थी, उस समय लिखमादेसर से बायांजी का आगमन हुआ। प्यास की कीमत जानने वाली बायांजी ने इस स्थान को आबाद किया एवं आस्था का पर्याय बनी। मंदिर में धोक लगाने से बच्चे तुतलाते और हकलाते नहीं है।श्री गोविन्द गोस्वामी द्वारा भेजी गई तस्वीर।



Sardarshar se Bus hai kya kuch Jankari hai btao
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